VPN Ka Full Form Kya Hai? | What is the Full Form of VPN in Hindi?

अगर आप online एक safe और secure connection चाहते हैं, तो आपको VPN का प्रयोग करना चाहिये। VPN क्या है, इसका पूरा नाम क्या है और यह कैसे काम करता है. इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी मिलेगी।

VPN Ka Full Form Kya Hai? | What is the Full Form of VPN in Hindi?

VPN ka full form, “Virtual Private Network” है. हिंदी भाषा में, VPN को “आभासी निजी संजाल” के नाम से जाना जाता है.

VPN Kya Hai? | What is VPN in Hindi?

यह आपके IP Address को hide कर, किसी दूसरी location के IP Address को show करता है. इस से फायदा यह होता है की आपका online connection secure बनता है. जिसकी वजह से कोई भी hacker आसानी से आपके connection को hack नहीं कर सकता है.

VPN ka Full Form

आपने देखा होगा की जब कभी हम torrent की किसी website से movie download करने की कोशिश करते हैं. तब अक्सर, हमें वहां access denied लिखा हुआ आता है. क्या आपने कभी सोचा है, ऐसा क्यों हुआ?

ऐसा इसीलिए हुआ, क्योंकि इन websites के IP Address को Indian Government द्वारा ban कर दिया गया है. अब आप सोच रहे होंगे, ऐसा कैसे हुआ?

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चलिये, torrentz.eu  हैं, हम जानते है की हर website का कोई न कोई का IP address होता है. Suppose, इस वेबसाइट का IP address 208.123.11.16 है. Indian Government द्वारा यह IP Address, Internet Service Provider (जैसे-Jio, Idea, Airtel) आदि को भेजा गया और यह कहा की जब कभी भी  इस IP Address के लिए request आये, तो उस IP address को access नहीं होने देना है.

कई बार ऐसा भी होता है, की कई अन्य websites हमे spammer समझ कर block कर देती हैं. तब इस परेशानी से छुटकारा VPN यानी Virtual Private Network दिलाता है. यह हमारी original Geo location के IP address को hide कर VPN में select किये गए IP address को show करता है. फलस्वरूप, websites को access कर पाते हैं.

Virtual Private Network की मदद से आप केवल blocked websites को ही access नहीं कर सकते। बल्कि, hackers से भी अपनी website data information को secure रख सकते हो.

VPN का सबसे ज्यादा उपयोग corporate world में किया जाता है. जैसे-जैसे आप अपने Business को grow करते हैं, वैसे-वैसे आपको नयी technology का सहारा लेना पड़ता है.

मान लीजिये कोई company X है, जिसको main server united state में है. अपने business को दूसरी countries जैसे- India, Japan में बढ़ाना चाहती है.

अब ऐसे में USA में establish इस company के server के साथ आप कैसे connect करोगे।

Connection Establish करने के दो ही तरीके बचते हैं. पहला, या तो optical fiber cable USA से India तक. दूसरा, Internet Connection.

पहला तरीका, safe तो है, लेकिन बहुत costly है.दूसरा तरीका feasible तो है, पर chances हैं की कोई third party या hacker, information को चोरी कर लें. अब ऐसे में क्या किया जा सकता है? ऐसे में हमारे काम आता है. Virtual Private network यानी (VPN).

Types of VPN in Hindi 

VPN को दो प्रकार के होते हैं;

1) Remote Access VPN

यह किसी भी यूजर को private network से जोड़ता है और यूजर को किसी भी प्रकार की service और website को access करने की permission देता है.

User और private network के बीच यह connection इंटरनेट के माध्यम से बनता है. यह connection पूर्ण रूप से सुरक्षित होता है.

इस VPN को home user और business people दोनों use कर सकते हैं.

आजकल लोग घर बैठ कर ही काम कर रहे हैं. इस VPN की मदद से आप geographical restrictions को internet पर bypass कर आसानी से काम कर सकते हैं.

2) Site to Site VPN

यह VPN, router to router VPN के नाम से भी जाना जाता है. इसका उपयोग बड़ी कंपनियों में किया जाता है. अलग-अलग शहरों की branches को आपस में connect करने के लिए इस VPN का उपयोग किया जाता है.

Intranet based VPN

जब किसी एक कंपनी के अलग-अलग जगह पर situated offices को site to site VPN की मदद से जोड़ा जाता है. तब इसे Intranet VPN कहते है.

Extranet Based VPN

जब एक कंपनी, किसी दूसरी कंपनी के ऑफिस से site to site VPN की मदद से जोड़ती है , तब यह Extranet based VPN कहते हैं.

VPN Kaise Kaam Karta Hai? | How VPN Works?

हमारे प्रत्येक device, जैसे की Mobile, computer आदि का एक IP address होता है. IP Address को ऐसे समझें जैसे-हर घर का एक address होता है.

इसी तरह, आपके हर website और Internet service provider का भी एक IP address होता है.

अब होता क्या है की, जब आप अपने डिवाइस को इंटरनेट यानी ISP द्वारा provide किये जाने वाले internet network से जोड़ते हैं, तो आपके डिवाइस का IP address, ISP के पास store हो जाता है.

अब मान लीजिये की आप कोई वेबसाइट जैसे-xyz.com को access करना चाहते हैं, तो आपके द्वारा यह request ISP के पास जायेगी और ISP इस website के server से connect करता है और फिर आप उस website को देख पाते हैं.

अब ऐसे में Internet Service Provider के पास आपके डिवाइस के IP address से लेकर, आप क्या और कौन सी वेबसाइट access कर रहे हैं, इसका सारा record होता है.

अब यदि आप अपनी privacy को secure रखना चाहते हैं, तब आपको जरूरत पड़ती है. VPN की मदद से आप अपने Current Geographical location को hide कर सकते हैं.

लेकिन, अब आपका data ISP के पास न save होकर VPN Service Provider के पास save हो जाता है.

VPN आपके device के IP address को hide करता है और उसकी जगह पर एक virtual IP show करता है. अब ISP पर इसी Virtual IP के द्वारा request जाती है और ISP इस IP address को save करता है.

VPN Ke Fayde | Advantages of VPN in Hindi 

1) VPN online security provide करता है. क्योंकि, आप कोई भी website को आपने IP address से access नहीं करते हैं.

2)  इसकी मदद से आप इस दुनिया में खुद को किसी के भी साथ connect कर सकते हैं.

3) अगर, आप public Wi-Fi का उपयोग करते हैं. तब कोई भी hacker आपको आसानी से hack कर सकता है. Private network की तुलना में public network (Wi-Fi आदि) कम secure होता है.

4) VPN आपकी information/data को encrypt कर देता है. जिसकी वजह से कोई hacker information को चोरी नहीं कर सकता है.

VPN Ka Prayog Karne ke Nuksaan | What are the Disadvantages of Using a VPN?

1) VPN का उपयोग आपके internet की speed को slow कर देता है.

2)आपकी information, VPN server पर save होती है. यह आपके data को जरूरत पड़ने पर अपनी government को दे सकते हैं.

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