आप लोगो ने news में सुना होगा की, भारत ने G-20 summit में, यह बात रखी है की सभी देशों को मिल कर crypto पर regulation लेकर आना चाहिये। सभी देशों ने भारत की इस बात को ध्यान में रखते हुए, हामी भरी है.
इस news के बाद लगता है की क्रिप्टो को भारत में भी जल्दी legal कर दिया जायेगा। लेकिन, क्रिप्टो को use करने के लिए जरूरी है, समझना की cryptocurrency kya hoti hai, Kaise Kaam Karti Hai, kitne prakar ki hoti hai और साथ ही जानेंगे की cryptocurrency kaise kharide? चलिये, शुरू करते हैं,
क्रिप्टोकरेन्सी क्या होती है? | Cryptocurrency Kya Hoti Hai?
इस से पहले की हम यह समझें की cryptocurrency kya hai, हम समझते हैं की currency kya hai? इसे समझने के लिए हमे दशकों पीछे जाना होगा।
आज से कई दशकों, पहले लोग आपस में एक दुसरे एक साथ सामान यानी चीजें exchange करते थे. उदाहरण के लिए, यदि आपके पास गेहूं है, और मेरे पास टमाटर हैं, तो मैं आपको एक किलो गेहूं देकर बदले में आपसे एक किलो टमाटर ले सकती थी. इस सिस्टम को batter system के नाम से भी जाना जाता था. इस system में प्रॉब्लम यह थी, की दोनों सामानों की value यानी कीमत एक सामान न होने पर भी उनको exchange करना पड़ता था.
जैसे-जैसे व्यक्ति को धातुएं उपलब्ध होती गयी, राजाओं ने अपने नाम के सिक्के बनवाने शुरू कर दिए. अब आप इन सिक्कों के माध्यम से चीजें खरीद सकते थे. जैसे-जैसे, जनसंख्या बढ़ती गयी, ये धातुएं भी महंगी होती गयी और इन धातुओं को सिक्के का रूप देना महंगा होता गया.
फिर, हमारे जीवन में आये नोट, हैं तो ये कागज के टुकड़े, पर ये सरकार द्वारा एक special paper पर प्रिंट किये जाते हैं. और इनको सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है की आप इसका उपयोग करके किसी भी चीज को खरीद और बेच सकते हैं. और इसी को currency कहते हैं.
आज हर देश के पास अपनी-अपनी करेंसी उपलब्ध है, जैसे- भारत के पास रूपया, अमेरिका के पास डॉलर आदि और इसी रूपया/डॉलर/रूबी आदि का उपयोग करके अपने देश में कुछ भी खरीद सकते हैं. और इसी धन-प्रणाली को currency कहते हैं. उम्मीद है, आपको समझ आ गया होगा की currency kya hota hai?
जिस करेंसी को हम छू (touch) सकते हैं, उसको हम Physical Currency कहते हैं. लेकिन, वह currency, जिसे हम छू नहीं सकते, डिजिटल करेंसी (digital currency) कहलाती है. Cryptocurrency, एक प्रकार की digital currency है, इसीलिए, इसे डिजिटल कैश (digital cash) के नाम से भी जाना जाता है.
Physical currency को आप bank में रख सकते हैं, अपने अलमारी के locker में रख सकते हैं. लेकिन, digital currency को, आप न बैंक में रख सकते हैं और न ही किसी locker में. इस currency को आप digital wallets में रख सकते हैं.
डिजिटल वॉलेट्स क्या होते हैं, इसके बारे में हमे बाद में जानेंगे। बस, अभी के लिए इतना समझ लीजिये की ये एक प्रकार के ऑनलाइन पर्स होते हैं, जिसमें आप क्रिप्टो को स्टोर करके रख सकते हो.
क्या, सोच रहे हैं की hackers ने इन wallets से क्रिप्टो चोरी कर लिए तो. Don’t worry, इन wallets को cryptography technique का प्रयोग करके secure रखा जाता है.
जिस प्रकार, physical currency (जैसे- रूपया, पैसा) का उपयोग करके आप trading कर सकते हैं यानी जो चाहे वो खरीद भी सकते हैं और बेच भी सकते हैं. ठीक उसी प्रकार, आप डिजिटल करेंसी का उपयोग करके कुछ भी खरीद और बेच सकते हैं.
Physical या Normal currency को सरकार द्वारा बनाया जाता है, और सरकार द्वारा ही regulate या control किया जाता है. यानी government (सरकार) जब चाहे इसको शुरू और बंद कर सकती है. इसीलिए, कहा जाता है की यह currency एक centralized system द्वारा handle किया जाता है.
लेकिन, वहीँ cryptocurrency को एक decentralized system पर आधारित है. यानी की कोई भी देश या कोई भी government, इस करेंसी को कण्ट्रोल नहीं कर सकता है, न इसे बना सकता है, और न ही इसको खत्म कर सकता है.
क्या, सोच रहे हैं, यही की जब सरकार का इन cryptocurrency पर कोई कण्ट्रोल नहीं है, तो जितना चाहें, उतना इनको इकठ्ठा करके रखा जा सकता है. तो, इसका जवाब है, नहीं!! my friend. यह currency, blockchain technology पर आधारित है. कैसे, यह आपको समझ आएगा, जब आप समझेंगे की cryptocurrency कैसे काम करती है?